Sanskrit Shlokas with Meaning in Hindi

40 Sanskrit Shlokas with Meanings in Hindi संस्कृत श्लोक अर्थ सहित हिन्दी मे

Sanskrit Shlokas on Dharma सुखार्थं सर्वभूतानां मताः सर्वाः प्रवृत्तयः ।सुखं नास्ति विना धर्मं तस्मात् धर्मपरो भव ॥ अष्टांग. सूत्र. अ. – 2/20संसार के समस्त प्राणियों की प्रवृत्ति सुखार्थ अर्थात् सुख के लिए ही होती है । किन्तु धर्मसंगत आचरण के बिना सुख की प्राप्ति नहीं हो सकती । अत: सदैव धर्म परायण होकर ही रहना…