भारतीय नारी : गंगा-सी धैर्यवान, सीता-सी त्यागमयी और आधुनिकता में प्रखर स्वरूप
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भारतीय नारी : गंगा-सी धैर्यवान, सीता-सी त्यागमयी और आधुनिकता में प्रखर स्वरूप

              ।। मैं भारतीय नारी ।। मैं भारतीय नारी अपनी जड़े बखूबी जानती हूं, मैं शक्ति, भक्ति और सच्चे प्रेम को भी पहचानती हूं।  मैं सीमाओं में बंधे रहना चाहती भी हूं किंतु,  तब तक जब तक सीमाएं बेडियां बन जाए।  मैं धैर्य में गंगा हूं, सीता हूं, सती हूं, गौरी भी हूं, गौतम नारी…

Beyond Myth Discovering the Religious History of India 3
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Beyond Myth Discovering the Religious History of India 3

Hello again .Your presence here states that you are ready for a new story .CREATION OF MUNI,RISHIS,PRAJAPATI,DEVTAS,NAAGAS,GARUDA,DAITYAS,REPTILES,QUADRUPEDS AND HUMAN RACE.But fi rst lets answer the question i asked in the previous part. There is no one answer to the reason behind BRAHMA s four heads. Hindu philosophy is not limited to just one book. Different…

Beyond Myth Discovering the Religious History of India 2
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Beyond Myth Discovering the Religious History of India 2

Today let talk about of the origin of the universe :MAHAVISHNU AND MULTIVERSE.‘‘Time isn’t a straight line but an infi nite loop. Ancient Hindu sages spoke of Vishnu’s breath birthing cosmic cycles, while modern science unravels the Big Bang—both whispering the same truth: the universe dances to time’s eternal rhythm.’’According to the Hindu scriptures time…

Beyond Myth Discovering the Religious History of India 1
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Beyond Myth Discovering the Religious History of India 1

We often use the term MYTHOLOGY very casually but do you know what does it mean .Well mythology comes from the word MYTH which means in a way a theory widely held but false or unproven. I strongly disagree with this terminology .i believe that completely accusing certain theories to be false without any strong…

विवाह के आठ प्रकार वैदिक परंपरा से आधुनिक समाज तक Eight Types of Hindu Marriages From Vedic Traditions to Modern Society
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विवाह के आठ प्रकार वैदिक परंपरा से आधुनिक समाज तक Eight Types of Hindu Marriages From Vedic Traditions to Modern Society

हमारे धर्म शास्त्र में वेदों पुराणों और स्मृतियों को प्रमाण माना जाता है। स्मृतियां धर्म ग्रंथ है जो समाज को सही दिशा प्रदान करती है। स्मृतियों की संख्या 25 से 30 है। स्मृति ग्रंथों में विवाह के आठ प्रकार बताए गए हैं।               गंधर्व विवाह अति उत्तम हो यदि उसे ब्रह्म, दैव,प्रजापत्य विवाह में परिवर्तित…

संचारस्य मूल्याङ्कनम् : गुहाचित्रणं कृत्रिमबुद्धिपर्यन्तं | Evaluation of communication Cave paintings to AI

संचारस्य मूल्याङ्कनम् : गुहाचित्रणं कृत्रिमबुद्धिपर्यन्तं | Evaluation of communication Cave paintings to AI

  भाषायाः दृष्ट्या भारतं समृद्धं राष्ट्रम् अस्ति ।  भारते सहस्रवर्षेभ्यः ज्ञानस्य वाचिकसञ्चारः प्रचलति ।  “ऋषियो मन्त्रद्रष्टार:” अनेन स्पष्टं भवति यत् ऋषयः प्रथमं मन्त्रस्वरूपं दृष्टवन्तः अर्थात् तेषां अक्षराणां रूपं कीदृशं इति ते अवगच्छन्।  सरस्वतीतीरे उपविष्टाः ऋषयः मन्त्रान् दृष्ट्वा तेषां शक्तयः अवगत्य अनुभूय च ।  सरस्वतीनद्याः अन्तर्धानानन्तरं सिन्धुनद्याः तटे समकालीनसंस्कृतेः विकासः अभवत्, ततः लिप्याः उत्पत्तिः अभवत् विश्वे ये…

According to the Puranas, Darwin gave his theory.
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पुराणों के अनुसार डार्विन ने दी अपनी थ्योरी | According to the Puranas, Darwin gave his theory.

मानव का विकासवाद भगवान विष्णु के 10 अवतार के आधार पर हम मानव के विकास वाद को स्पष्ट कर रहे हैं। वैज्ञानिकों के आधार पर हम यह स्पष्ट करेंगे कि किस प्रकार दशावतार मानव के विकासवाद को दर्शाता है। भगवान विष्णु का सबसे पहला अवतार मत्स्य अवतार है। विज्ञान वादियों के अनुसार जीव का जन्म…

ब्रह्माण्ड के चौदह भुवन – The fourteen realms of the universe.

ब्रह्माण्ड के चौदह भुवन – The fourteen realms of the universe.

तीन लोग चौदह भुवन, प्रेम कहूं ध्रुव नाहि।जगमग रह्यो जराव सौ, करोड़ श्री वृंदावन मांहि ।।अर्थ:- तीनों लोकों में तथा 14 भुवनों में कहीं पर भी सहज प्रेम की प्राप्ति नहीं होती है, जबकि वृंदावन प्रदेश में हीरे मोतियों की तरह जगमगाता हुआ प्रेम सहज रूप से प्राप्त हो जाता है।।यहां पर कवि ने तीन…

महर्षि वाल्मीकि संस्कृत साहित्य के आदिकवि माने जाते है
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महर्षि वाल्मीकि संस्कृत साहित्य के आदिकवि माने जाते है

वन्दे वाल्मीकिकोकिलम् महर्षि वाल्मीकि संस्कृत साहित्य के आदिकवि माने जाते है । इनका महाकाव्य हिन्दू संस्कृति और समाज का आधार स्तम्भ है । भारतीय परम्पराओं में वाल्मीकि विरचित रामायण को देवत्व का स्थान प्राप्त है । समय – समय पर इसका पारायण तथा पूजन किया जाता है । वाल्मीकि रामायण सनातन संस्कृति का प्रतीक है…

Sanskrit language and literature संस्कृतभाषा व साहित्य
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Sanskrit language and literature संस्कृतभाषा व साहित्य

संस्कृतभाषा प्राचीन काल से ही भारतीय शास्त्रपरम्परा की वाहिनी रही है । प्राचीन भारतीय ग्रन्थ संस्कृत के आश्रय से ही समृद्ध हुए हैं । भारतीय वेद. वेदांग, दर्शन, कला आदि समस्त साहित्यग्रन्थों को संस्कृत ने ही अपने अंक में स्थान दिया है । संस्कृतभाषा समस्त भारतीय भाषाओं में अग्रगण्य तथा जननी स्वरुपा है । अन्तर्राष्ट्रीय…